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उत्तराखंड राज्य का इतिहास,TSCT की हुई शुरुआत,टीचर्स सेल्फ केयर टीम के साथ

रुड़की:- टीचर्स सेल्फ केयर टीम के संस्थापक/अध्यक्ष विवेकानंद ने टीचर सेल्फ केयर टीम उत्तराखंड की शुरुआत करते हुए कहा कि शिक्षकों और उनके परिवारों की आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने को हमारा समूह प्रतिबद्ध हैं । उन्होने कहा कि सिर्फ 5 वर्षों में  उत्तर प्रदेश के 456 दिवंगत शिक्षक परिवारों को 1 अरब 97 करोड़ रुपए से ज्यादा की आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जा चुकी हैं।

चंद वर्षो में ही यह मंच अकेले उत्तर प्रदेश में  चार लाख बीस हज़ार से ज्यादा शिक्षक शिक्षणेत्तर कर्मचारी और अधिकारी को सदस्य के रूप में जोड चुका हैं ।उन्होने उत्तराखंड में भी शिक्षको से टीचर्स सेल्फ सेल्फ केयर टीम से जुडने का आह्वान किया।


श्री विवेकानंद आज यहॉ डायट रूडकी में आयोजित शैक्षिक संवाद एवं संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि  संबोधित कर रहे थे।

उन्होने कहा कि शिक्षक कार्मिक की अचानक हुई मृत्यु या गंभीर बीमारी से परिवार पर भारी बोझ पड़ता है, इसलिए हमने एक ऐसा मंच बनाया जहाँ समस्त सदस्य मिल‑जुल कर प्रभावित परिवारो की आपसी (एक‑दूसरे) की मदद कर सकें। आज संस्थापक विवेकानंद ने टीचर्स सेल्फ केयर टीम की कई कीर्तिमान स्थापित करने के बाद मध्य प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा में शुरू होते हुए अब देवभूमि उत्तराखंड में भी स्थापित करने की घोषणा की। 

विशिष्ट अतिथि डायट प्राचार्य मेराज अहमद ने भी टीएससीटी द्वारा किए जा विभिन्न सहयोगों की प्रशंसा करते हुए कहा कि टीचर्स सेल्फ केअर टीम एक मात्र ऐसी टीम है जो पूरी पारदर्शिता के साथ काम करती है और अपने वैधानिक सदस्यों के आकस्मिक देहावसान की दशा में शोक संतप्त परिवार को टीम के सदस्यों के सूक्ष्म धनराशि के सहयोग से 50 लाख तक की सहायता राशि उपलब्ध कराती है।उन्होंने प्रस्ताव दिया कि उत्तराखंड राज्य की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए यहॉ शिक्षा अधिकारियों,शिक्षणेत्तर कर्मचारियों यदि संभव हो सके तो अन्य विभागो को भी समाहित किया जाये तो सदस्यों का विशाल समूह साझा प्रयास कर किर्तिमान स्थापित कर सकेगा।उन्होने उत्तराखंड में भी शिक्षकों को टीएससीटी से जुडने का आह्वान किया। टीचर्स सेल्फ केयर टीम संगठन मंत्री

TSCT उत्तराखंड के प्रभारी सुमन भटोनिया ने सभी शिक्षकों और कर्मचारियों से आवाहन किया कि वह टीचर सेल्फ केयर टीम के साथ जुड़कर इस नेक मुहिम को पूरे उत्तराखंड में पहुंचाएं । TSCT भारत का एकमात्र संगठन है जो इस प्रकार पारदर्शी तरीके से दिवंगत शिक्षकों के परिवारों की आर्थिक मदद कर रहा है । टीचर सेल्फ केयर टीम हरियाणा दिल्ली मध्य प्रदेश में पहले से ही कार्यरत है ।  संगठन मंत्री फारुख हसन ने भी टीएससीटी से अधिक से अधिक सदस्यों को जोड़ने पर चर्चा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में सहयोग का इतिहास रचने के बाद टीचर्स सेल्फ केयर टीम अपने इसी अंदाज के साथ  उत्तराखंड के शिक्षक साथियों के बीच आ गयी हैं। उन्होने कहा कि जीवनदान योजना में 23 शिक्षकों को 23 लाख रुपए की आर्थिक मदद की जा चुकी हैं ।उन्होने बताया कि सहयोग प्रक्रिया में डोनर का पैसा सीधे रिसीवर के खाते में पहुंचता है। उत्तराखंड के सह प्रभारी संजय सहगल तथा श्री सुधीश पाराशरी ने भी भीकहा कि टीम ने मार्ग दुर्घटना में घायल 107 शिक्षकों को लगभग 35 लाख की आर्थिक मदद दी हैं तथा टीम द्वारा संचालित कन्यादान योजना में 257 शिक्षकों की कन्याओं को एक करोड़ 42 लाख की मदद दी जा चुकी हैं ।

कार्यक्रम का संचालन विनय प्रताप सिंह व संजय वत्स ने संयुक्त रूप से किया।श्रीमती सीमा राठी, अनीता देवी,सुरेश पाल सिंह,रीता सिंह,सुमन चौहान , सुखदेव सैनी, विजय कुमार प्रबंधक ,श्री सत्यनारायण मंदिर इंटर कॉलेज , जितेन्द्र पुंडीर,ललित गुप्ता,ठाठ सिंह,विवेक राठी,प्रदीप शर्मा,प्रदीप मिश्रा,मनमोहन,

अमीर आलम,सरदार कुलदीप सिंह,,आलोक शर्मा,विनोद कुमार,आशुतोष सक्सैना,संदीप कुमार शर्मा,सतेन्द्र कुमार,तौकिर अहमद अब्बासी,नाजिम अली,महीपाल,

सादिक ,मौहसीन,

सत्य बहार राठी ,विपुल कुमार आदि शामिल रहे।

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